मंदसौर . बाढ़ के कहर से शहर सहित अंचल में सड़क व पुल-पुलियाएं तबाह हो गई हैं। शहर में 348 किमी, नगर-गांव को जोड़ने वाली 80 किमी और पंचायतों की करीब 40 किमी की सीसी सड़कें टूटने से लाेगाेंे काे दूसरी तरफ अाना-जाना मुश्किल हाे गया है। विभागीय जानकारी के मुताबिक नुकसानी का आकलन 200 करोड़ रुपए के करीब है। अब इन सड़कों व पुल-पुलिया का मेंटेनेंस सरकारी प्रक्रिया से होगा। इसके लिए कोई निश्चित समयावधि तय नहीं है। जानकारोंे के अनुसार इस नुकसान से मंदसौर 2 साल पिछड़ गया है।
शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोक निर्माण विभाग, नगरपालिका, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, ग्राम पंचायत व सेतु विकास निगम के द्वारा बनाए पुल-पुलिया व सड़कों को अतिवृष्टि से बड़ा नुकसान हुआ है। कई मार्गों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। शहर में ही 348 किमी की सीसी व डामरीकृत सड़कें पानी में बहने या क्षतिग्रस्त होने से वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।
^पुल-पुलिया की मरम्मत एवं खेत से मलबा हटवाने के लिए पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव से बात की है। क्षतिग्रस्त रास्ते किसानों के खेती-बाड़ी के लिए उपयुक्त बन सकें, इसके लिए चीफ इंजीनियर को निर्देशित किया है। सीतामऊ से चाैमेहला मार्ग के मेंटेनेंस में समय लगेगा।' - मनोज पुष्प, कलेक्टर, मंदसाैर
शाजापुर : बेटी का शव कंधे पर रख उफनती चीलर से निकले पिता, महिलाओं को रस्सी के सहारे पार कराई नदी - शाजापुर | 15 दिनों से तो लगातार हो रही बारिश आफत बन गई। इसके साथ ही पिछले 25 साल में इस वर्ष अब तक सबसे ज्यादा 63.79 इंच बारिश हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्र के सारे रास्ते पिछले 15 दिनों में सिर्फ दो दिन ही चालू रहे। छापीहेड़ा के समीप बनी चीलर नदी की पुलिया का रास्ता 7 सितंबर से ही बंद है। शनिवार को इसका बहाव और बढ़ गया। इसी बीच छापीहेड़ा के भेरूलाल राजोरिया की 17 वर्षीय बेटी ललिता की अस्पताल में मौत हो गई थी। शव को घर ले जाने के लिए पिता को अपनी बेटी का शव कंधे पर उठाकर पुलिया पार करना पड़ी। महिलाओं को ग्रामीणाें ने रस्से के सहारे पुलिया पार कराई।