जघन्य अपराधकर्ताओं को जघनतम दंड दिया जाना उचित है__

 


 


जघन्य अपराधकर्ताओं को जघनतम दंड दिया जाना उचित है_


हरीश मिश्रा


किसी की मौत से सुखद अनुभूति नहीं होती ‌। किंतु कभी-कभी किसी किसी व्यक्ति की मौत शांति और अमन पसंद लोग चाहते हैं और उसकी मौत पर संतुष्ट  भी होते हैं । इसे प्रतिशोध की भावना से ग्रस्त नकारात्मक सुख भी माना जा सकता है। जब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने बगदादी की मौत की घोषणा करी तब हमारे मन को एक अलग प्रकार की सुखद अनुभूति हुई। ऐसे इंसान की मौत जो अमन के धर्म, पवित्र धर्म का अनुयाई होकर अपने जुनून में इंसानियत का रक्त बहा रहा था। 
       जघन्य अपराधकर्ताओं को जघनतम दंड दिया जाना उचित है । समाज में अपराध प्रवृति को रोकने का दूसरा उपाय भी नजर नहीं आता। किंतु क्या एक व्यक्ति की मौत से हिंसक प्रवृत्तियों पर अंकुश लग सकेगा ? शायद नहीं। क्योंकि अंकुश धर्म परायण, धर्म का अनुसरण करने वालों पर लग सकता है। अधर्मी, राक्षस प्रवृत्ति के लोग जब तक दुनिया रहेगी रक्त पात करते रहेंगे____और मरते रहेंगे ।