संतान के अवगुण भी बदले जा सकते हैं-किरण शेजवार
- किस माता पिता की यह इच्छा नहीं होती है कि उसकी संतान सुन्दर, बुद्धिमान वा स्वस्थ हो पर उत्तम सन्तान के लिए स्वयं माता पिता को भी उत्तम बनना पड़ता है।
अपने बालक में जिन गुणों की उनकी कामना हो वे सभी गुण स्वयं में भी होना चाहिए। सामान्यतया उच्च चरित्र साहस, तेज, उत्तम समझ, शक्ति उदारता जैसे संस्कार माँ बाप बच्चों में जन्म के बाद बढ़े होने पर विकसित करने की कोशिश करते हैं, पर तब देर हो चुकी होती है । यदि गर्भ ठहरने के दौरान ही चिन्ता करते तब बात बन सकती थी।
सब शिक्षा के कालेज है, पर अच्छे माँ बाप बनने के लिए कही भी शिक्षा नहीं दी जात है
जीन्स के द्वारा सभी गुण-अवगुण बच्चों में माँ- बाप से आते हैं। अवगुणो को बदला जा सकता है इसके लिए आज साइंस भी कोशिश कर रहा है। पर हमारे ऋषियो मुनियों ने पहले ही गर्भसंस्कार के द्वारा यह कार्य किया है। कर्म के द्वारा जिस तरह भाग्य बदला जा सकता है उसी तरह संतान के अवगुण भी बदले जा सकते है