<no title>भोपाल में पत्रकार भवन पर चला बुलडोजर, 50 साल पुरानी इमारत जमींदोज

 





भोपाल में पत्रकार भवन पर चला बुलडोजर, 50 साल पुरानी इमारत जमींदोज

 








सोमवार सुबह से शुरू हुए पत्रकार भवन को तोड़ने की कार्रवाई।



  • हाईकोर्ट में रिव्यू पिटीशन खारिज होने के बाद एसडीएम ने सील किया पत्रकार संघ का दफ्तर

  • सोमवार सुबह पांच बजे से शुरू हुई कार्रवाई, आधा हिस्सा ध्वस्त किया

  • संघ का आरोप... दफ्तर के मामले में स्टे है, फिर भी उसे सील कर दिया और अचानक तोड़ दिया गया

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भोपाल। राजधानी में मालवीय नगर स्थित पत्रकार भवन पर नगर निगम का बुलडोजर चला है। कोर्ट के आदेश के बाद सोमवार को जिला प्रशासन और नगर निगम ने मालवीय नगर इलाके स्थित पत्रकार भवन को जमींदोज कर दिया। मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है। जिला प्रशासन और नगर निगम के अफसरों के मुताबिक पत्रकार भवन की लीज रिन्यूअल की रिव्यू पिटीशन खारिज होने के बाद सरकार ने इमारत को गिराने का निर्देश दिया था। बता दें कि 1969 में पत्रकार भवन का निर्माण किया गया था।


वही इस मामले को लेकर मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि कोर्ट ने पत्रकार समितियों की अपील खारिज कर दी थी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि पत्रकार भवन जर्जर हो गया था। अब पत्रकारों के लिए सर्व सुविधा युक्त भवन बनाया जाएगा।



उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन के अफसरों ने शनिवार को श्रमजीवी पत्रकार संघ के दफ्तर को सील कर दिया था। इसकी वजह प्रशासन ने हाईकोर्ट में लीज को लेकर दायर की गई श्रमजीवी पत्रकार संघ की रिव्यू पिटीशन खारिज होना बताया गई थी।


इधर, संघ का आरोप है कि श्रमजीवी पत्रकार संघ के दफ्तर को सील किया गया है, जबकि उस पर हाईकोर्ट का स्टे है। प्रशासन ने दफ्तर सील करने के बाद इसे जनसंपर्क विभाग को सौंप दिया है। श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेशध्यक्ष शलभ भदौरिया ने बताया कि पत्रकार भवन की लीज का