शिवसेना को कुछ
दाग भी अच्छे लगते हैं !
हरीश मिश्र
आज दैनिक संडे सामना के मुख्य पृष्ठ पर नो स्कार्स का विज्ञापन प्रकाशित किया है____ शिवसेना ने प्रखर राष्ट्रवाद के प्रथम प्रवक्ता के रूप में अपनी पहचान भारतीय राजनीति में स्थापित की___आज शिवसेना की ऐसी स्थिति हो गई कि उसे अब दाग धब्बों की चिंता नहीं है ! यदि चिंता होती तो वह वीर सावरकर के अपमान पर अभी तक राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी से अपने संबंध विच्छेद कर चुके होते। शिवसेना की स्थिति ऐसी हो गई कि अब उसे कुछ दाग भी अच्छे लगते हैं ! इसीलिए तो शिवसेना ने कांग्रेस से गठबंधन किया है।